सुप्रीम कोर्ट का फैसला : अब पति-पत्नी और ‘वो’ अपराध नहीं
केरल के एक अनिवासी भारतीय (एनआरआई) जोसेफ साइन ने विवाहेतर संबंधों को लेकर जब याचिका दाखिल की थी, तो किसी को यह अंदाज भी नहीं था कि इससे संबंधित फैसला भारतीय समाज के लिए ऐतिहासिक बन जाएगा। जो मील का ऐसा पत्थर बनेगा जो भारत में अब तक पुरुषवादी मानकिसकता को तहस-नहस कर देगा। जोसेफ साइन ने इस याचिका में आइपीसी की धारा-497 की संवैधानिकता को चुनौती दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दिसंबर में सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया था।