महाराष्ट्र में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ। सूबे में भाजपा नीत राजग सरकार को हराने के लिए कांग्रेस और राकांपा ने आगामी चुनावों में मिलकर लडऩे का फैसला किया। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल के आवास पर महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख अशोक चह्वाण और उनके राकांपा समकक्ष सुनील तटकरे के बीच बैठक हुई। इसके बाद साथ मिलकर चुनाव लडऩे की घोषणा की गई।
बाद में चह्वïाण ने बताया, 'सत्ताधारी भाजपा-शिवसेना सरकार को हराने के लिए आगामी सभी चुनावों में हमने मिलकर लडऩे का फैसला किया है। अभी यह प्राथमिक फैसला है। सीट बंटवारे की रणनीति पर विचार करने के लिए हमें एक बार फिर मिलेंगे।
सुनील तटकरे ने कहा, 'दोनों पार्टियों ने गठबंधन के अनुकूल माहौल बनाया है। हालांकि अभी हमारा पहला ध्यान भंडारा-गोंदिया और पालघर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव हैं।
भाजपा सांसद नाना पटोले के इस्तीफे के बाद पूर्व महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा खाली हुई है। पटोले अब कांग्रेस में लौट आए हैं। वहीं, मुंबई के निकट पालघर लोकसभा सीट पिछले महीने भाजपा सांसद चिंतामण वांगा के निधन के कारण रिक्त हुई है। निर्वाचन आयोग ने उपचुनावों के लिए अभी तिथियों की घोषणा नहीं की है।
बाद में चह्वïाण ने बताया, 'सत्ताधारी भाजपा-शिवसेना सरकार को हराने के लिए आगामी सभी चुनावों में हमने मिलकर लडऩे का फैसला किया है। अभी यह प्राथमिक फैसला है। सीट बंटवारे की रणनीति पर विचार करने के लिए हमें एक बार फिर मिलेंगे।
सुनील तटकरे ने कहा, 'दोनों पार्टियों ने गठबंधन के अनुकूल माहौल बनाया है। हालांकि अभी हमारा पहला ध्यान भंडारा-गोंदिया और पालघर लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव हैं।
भाजपा सांसद नाना पटोले के इस्तीफे के बाद पूर्व महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा खाली हुई है। पटोले अब कांग्रेस में लौट आए हैं। वहीं, मुंबई के निकट पालघर लोकसभा सीट पिछले महीने भाजपा सांसद चिंतामण वांगा के निधन के कारण रिक्त हुई है। निर्वाचन आयोग ने उपचुनावों के लिए अभी तिथियों की घोषणा नहीं की है।